गम ही गम मिला है सुबह शाम मुझे यारो…
उनकी यादों मे सोए है सुबह शाम यारो…
ये जिंदगी अगर घुट के ही कटनी है अगर यारों…
तो इस बेजान जिंदगी को सलाम यारों…
in हिन्दी शायरी
गम ही गम मिला है सुबह शाम मुझे यारो…
उनकी यादों मे सोए है सुबह शाम यारो…
ये जिंदगी अगर घुट के ही कटनी है अगर यारों…
तो इस बेजान जिंदगी को सलाम यारों…