जागते है हम तन्हा रातों मे…
खोता है दिल उनकी बातों मे…
मिली नही दिल की मंज़िल आज तक…
क्यूंकी दर्द ही दर्द लिखा है इन हाथों मे…
दर्द की किताब है मेरी जिंदगी.
in हिन्दी शायरी
जागते है हम तन्हा रातों मे…
खोता है दिल उनकी बातों मे…
मिली नही दिल की मंज़िल आज तक…
क्यूंकी दर्द ही दर्द लिखा है इन हाथों मे…
दर्द की किताब है मेरी जिंदगी.